हर 5 में से 4 भारतीय पर मंडरा रहा ये खतरा, अभी कुछ न किया तो बन जाएंगे भिखारी, 15% का नियम बचाएगा

 

भारत में मध्यम वर्ग रिटायरमेंट के बाद आर्थिक संकट का सामना कर सकता है। एक सर्वे में पाया गया है कि कई भारतीय काम करना बंद करने के बाद कंगाल हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित आय बंद होने और महंगाई बढ़ने से स्थिति और खराब हो सकती है।

Retirement Crisis
नई दिल्ली: भारत में 80% से ज्यादा लोगों को रिटायरमेंट के बाद अपनी बचत खत्म होने का खतरा है। सबसे ज्यादा असर मध्यम वर्ग पर पड़ेगा। नई चेतावनी सामने आई है कि भारत का मध्यम वर्ग बड़े रिटायरमेंट संकट का सामना कर रहा है। यह वही है जो EMI भरता है, बिलों का हिसाब रखता है और बजट पर ध्यान देता है। सर्वे में पता चला है कि पांच में से चार भारतीय कमाई बंद होने के बाद कंगाल हो सकते हैं। मिडिल क्लास सबसे ज्यादा खतरे में हैं। वेल्थ एडवाइजर मोहित बेरीवाला ने लिंक्डइन पर लिखा, 'हम भविष्य की समस्या की बात नहीं कर रहे हैं। यह पहले से ही यहां है।' उन्होंने आगे कहा, 'यह इस बारे में नहीं है कि आप कितना कमाते हैं। यह इस बारे में है कि कमाई बंद होने के बाद आपका पैसा कितने समय तक चलता है।'

दशकों तक काम करने, घर के लोन भरने, बच्चों की स्कूल फीस देने और परिवार के लिए त्याग करने के बाद भी ज्यादातर मध्यम वर्ग के भारतीयों के पास रिटायरमेंट के लिए कोई पेंशन नहीं होती। कोई बैकअप प्लान नहीं होता। बचत करने की कोई रणनीति नहीं होती। एक आम मध्यम वर्ग के बजट में - किराया, किराने का सामान, इंटरनेट, बीमा, बिजली बिल - लंबी अवधि की बचत के लिए बहुत कम पैसा बचता है। जो कुछ भी बचता है, वह अक्सर कम ब्याज वाले बचत खातों, छुट्टियों या इमरजेंसी में चला जाता है। शायद ही कभी इसे रिटायरमेंट के लिए निवेश किया जाता है।यह कमी 60 साल की उम्र के बाद एक संकट बन जाती है। जब नियमित आय बंद हो जाती है। लेकिन, खर्चे बढ़ते रहते हैं। भारत में महंगाई औसतन 6-7% है। इसका मतलब है कि आज का 1 लाख रुपये का मासिक खर्च एक दशक में दोगुना हो सकता है। मेडिकल खर्च और भी तेजी से बढ़ रहा है। स्वास्थ्य सेवा में महंगाई सालाना 12% से ज्यादा है।

संकट से बचाएगा 15% का नियम

वित्तीय संकट से बचने के लिए बेरीवाला '15% नियम' का पालन करने की सलाह देते हैं। अपनी ग्रॉस मंथली इनकम का 15% सिर्फ रिटायरमेंट के लिए निवेश करें। शादियों के लिए नहीं। छुट्टियों के लिए नहीं। सिर्फ रिटायरमेंट के बाद की सुरक्षित जिंदगी के लिए।
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